वो हमेशा मेरी सुंदर और सुशील पत्नी होने का वादा निभाया । वो हमेशा मेरी सुंदर और सुशील पत्नी होने का वादा निभाया ।
लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
इस पवित्र रिश्ते को और मजबूती, प्यार व सम्मान के साथ सींचा हुआ महसूस कर रही थी। इस पवित्र रिश्ते को और मजबूती, प्यार व सम्मान के साथ सींचा हुआ महसूस कर रही थी।
योगेश जी कमरे का दृश्य देख फूट फूट कर रो पड़े। योगेश जी कमरे का दृश्य देख फूट फूट कर रो पड़े।
सूरज ने बेटी को रजनी के पास लिटाते हुये कहा ..रजनी आज हम एक नहीं दो बच्चों के मम्मी-पापा बने हैं, सूरज ने बेटी को रजनी के पास लिटाते हुये कहा ..रजनी आज हम एक नहीं दो बच्चों के मम...
एक घटना हम जीवन भर नहीं भूल पायेंगे। एक घटना हम जीवन भर नहीं भूल पायेंगे।